1 सितंबर 2025: भारतीय शेयर बाजार का समग्र अवलोकन, सेंसेक्स-निफ्टी अपडेट

शेयर बाजार 1 सितंबर 2025: 1 सितंबर 2025 को अमेरिका में लेबर डे की छुट्टी के कारण प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बंद हैं, लेकिन पिछले सप्ताह के प्रदर्शन और आगामी घटनाओं ने बाजार को एक रोचक मोड़ पर ला खड़ा किया है। वैश्विक स्तर पर, स्टॉक मार्केट में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है, जहां एक ओर एआई-संबंधित शेयरों में उत्साह है, वहीं दूसरी ओर ट्रंप प्रशासन की टैरिफ नीतियां और फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों पर अनिश्चितता छाई हुई है। भारतीय बाजारों में भी हल्की गिरावट दर्ज की गई, लेकिन लंबी अवधि के लिए सकारात्मक संकेत बने हुए हैं। इस लेख में हम वैश्विक, अमेरिकी और भारतीय बाजारों की नवीनतम स्थिति, प्रमुख कंपनियों के अपडेट्स, आर्थिक संकेतकों और सितंबर के पूर्वानुमानों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

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अमेरिकी स्टॉक मार्केट: रिकॉर्ड ऊंचाई से पीछे हटना

पिछले शुक्रवार (29 अगस्त 2025) को अमेरिकी बाजारों ने हल्की गिरावट के साथ बंद किया। एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.64% गिरकर 6,460.26 पर बंद हुआ, जबकि नैस्डैक कंपोजिट 1.15% की गिरावट के साथ 21,455.55 पर पहुंचा। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 0.19% की कमी आई और यह 45,500 के करीब रहा। अगस्त माह में बाजारों ने मजबूत प्रदर्शन दिखाया, जहां डॉव जोन्स 3.2% ऊपर चढ़ा, लेकिन सितंबर ऐतिहासिक रूप से कमजोर महीना रहा है, जहां औसतन 0.5-1% की गिरावट देखी जाती है।

मुख्य कारणों में फेडरल रिजर्व की आगामी ब्याज दर कट की उम्मीदें शामिल हैं। अगले 14 ट्रेडिंग सेशनों में जॉब्स रिपोर्ट, सीपीआई डेटा और फेड की दर निर्णय आने वाले हैं। निवेशक सतर्क हैं क्योंकि कोर पीसीई इन्फ्लेशन डेटा अपेक्षित रूप से आया, लेकिन पिछले महीने से तेजी दिखाई। अगर रोजगार डेटा कमजोर रहा, तो सितंबर में 25-50 बेसिस पॉइंट की कट की संभावना बढ़ सकती है। एआई सेक्टर में एनवीडिया की अर्निंग्स ने बाजार को समर्थन दिया, लेकिन स्टॉक में 3% की गिरावट आई क्योंकि अलीबाबा के नए चिप विकास की खबरों ने प्रतिस्पर्धा बढ़ाई।

ट्रंप प्रशासन की 50% टैरिफ नीतियां वैश्विक व्यापार को प्रभावित कर रही हैं। कैटरपिलर और जीएपी जैसी कंपनियां ने लाभ पर असर की चेतावनी दी है। बोइंग ने 2.7% की बढ़त दर्ज की, जबकि एटीएंडटी के स्पेक्ट्रम डील से इकोस्टार 74% उछला। गोल्डमैन सैक्स के अनुसार, 2025 में स्टॉक मार्केट कमजोर रह सकता है क्योंकि वैल्यूएशन उच्च स्तर पर हैं।

भारतीय शेयर बाजार: सतर्कता के साथ स्थिरता

भारतीय बाजारों में 29 अगस्त को सेंसेक्स 270.92 अंक गिरकर 79,809.65 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 74.06 अंक नीचे 24,426.85 पर रहा। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी 0.29-0.57% की गिरावट देखी गई। आईटी सेक्टर में 0.87% की कमी आई, जबकि बैंकिंग सेक्टर 0.31% नीचे रहा। साप्ताहिक आधार पर सायरमा एसजीएस टेक्नोलॉजी 42.39% ऊपर चढ़ी, जबकि पेटीएम 34.80% बढ़ा।

आरबीआई की दरों में स्थिरता और अमेरिकी टैरिफ की चिंताओं ने बाजार को प्रभावित किया। निर्यात-निर्भर सेक्टर जैसे टेक्सटाइल और फुटवेयर में गिरावट आई। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है, और जीडीपी ग्रोथ 7% के करीब रह सकती है। स्टॉक सिफारिशों में आईबुल हाउसिंग फाइनेंस, सीजी पावर और आरबीएल बैंक में बुलिश सिग्नल दिखे, जहां 7 दिनों में 2.43-5.62% की बढ़त की संभावना है।

एससीओ समिट 2025 और ट्रंप की टैरिफ पैकेज की चर्चाएं भारतीय कैपिटल मार्केट्स के लिए महत्वपूर्ण हैं। एफपीआई ने $2.66 बिलियन के शेयर बेचे, लेकिन घरेलू निवेशकों ने समर्थन दिया।

वैश्विक बाजार: अनिश्चितता और अवसर

वैश्विक स्तर पर, बाजार सितंबर के लिए सतर्क हैं। हैंग सेंग और निक्केई में गिरावट देखी गई, जबकि यूरोपीय बाजार मिश्रित रहे। चीन की अर्थव्यवस्था में कमजोर मांग और डिफ्लेशन की चिंताएं हैं, जहां इंडस्ट्रियल प्रॉफिट्स गिरे। जर्मनी में उपभोक्ता विश्वास कम हुआ, जबकि फ्रांस में राजनीतिक अस्थिरता ने आर्थिक जोखिम बढ़ाए।

क्रिप्टोकरेंसी में बिटकॉइन $110,000 से नीचे संघर्ष कर रहा है, जबकि सोलाना में $1 बिलियन का प्रॉफिट-टेकिंग हुआ। ग्रेस्केल ने पोलकाडॉट और कार्डानो ईटीएफ के लिए फाइलिंग की, जो क्रिप्टो की वैधता बढ़ा रही है।

कमोडिटी में गोल्ड 1.65% ऊपर $1,03,780 पर पहुंचा, जबकि कच्चा तेल स्थिर रहा। यूएसडी/आईएनआर 0.65% बढ़कर 88.20 पर।

प्रमुख सेक्टर और कंपनियां: अपडेट्स शेयर बाजार

  • टेक सेक्टर: एनवीडिया की अर्निंग्स ने एआई उत्साह बढ़ाया, लेकिन स्टॉक गिरा। ब्रॉडकॉम और इंटेल में उछाल देखा गया।
  • ऑटोमोटिव: फोर्ड ने 500,000 वाहनों को रिकॉल किया। टेस्ला $2,600 के लक्ष्य पर कैथी वुड की भविष्यवाणी।
  • हेल्थकेयर: नाइकी ने 1% स्टाफ कटौती की, जबकि एफडीए ने कोविड वैक्सीन गाइडलाइंस अपडेट किए।
  • फाइनेंशियल: गोल्डमैन सैक्स ने डॉलर में गिरावट की भविष्यवाणी की।

सितंबर 2025 के लिए पूर्वानुमान

सितंबर में बाजार में अस्थिरता बढ़ सकती है। जेपी मॉर्गन के अनुसार, ईएम ग्रोथ 2.4% तक धीमी हो सकती है। आईएमएफ ने ग्लोबल ग्रोथ 3.3% अनुमानित की। कुछ विशेषज्ञ 2025 में क्रैश की चेतावनी दे रहे हैं, विशेषकर टैरिफ के कारण। हालांकि, मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि यूएस स्टॉक्स में ग्रोथ और वैल्यू के अवसर हैं।

निवेशकों को सलाह: विविधीकरण पर ध्यान दें, लंबी अवधि के लिए क्वालिटी स्टॉक्स चुनें। एआई, रिन्यूएबल एनर्जी और हेल्थकेयर सेक्टर में अवसर हैं। बाजार की अस्थिरता में सिप निवेश फायदेमंद हो सकता है।

निष्कर्ष: सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ सतर्क रहें

1 सितंबर 2025 को बाजार बंद होने के बावजूद, आगामी सप्ताह महत्वपूर्ण हैं। फेड की नीतियां, रोजगार डेटा और टैरिफ चर्चाएं बाजार को दिशा देंगी। भारतीय निवेशक घरेलू मजबूती पर भरोसा कर सकते हैं, लेकिन वैश्विक जोखिमों से सावधान रहें।

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