Dream11 आउट BCCI से: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को हाल ही में एक बड़ा झटका लगा जब फंतासी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म Dream11 ने भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य प्रायोजक के रूप में अपनी साझेदारी समाप्त करने की घोषणा की। यह निर्णय प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल, 2025 के पारित होने के बाद आया, जिसने रियल-मनी गेमिंग पर प्रतिबंध लगा दिया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!Dream11 ने जुलाई 2023 में 358 करोड़ रुपये की तीन साल की डील के साथ भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य प्रायोजक बनने का करार किया था, जो मार्च 2026 तक चलना था। लेकिन नए कानून के कारण, कंपनी ने अपने रियल-मनी आधारित गेमिंग कॉन्टेस्ट को निलंबित कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप BCCI के साथ उनकी साझेदारी समाप्त हो गई।
आगामी पुरुष T20 एशिया कप (9-28 सितंबर 2025, यूएई) के साथ, BCCI अब नए प्रायोजक की तलाश में है। यह लेख इस घटना के कारणों, प्रभाव, और BCCI के लिए भविष्य की संभावनाओं पर गहन विश्लेषण प्रस्तुत करता है।
Dream11 का प्रायोजन समाप्त होने का कारण
प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल, 2025 ने भारत में रियल-मनी गेमिंग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया। इस कानून के तहत, कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन मनी गेमिंग सेवाएं प्रदान नहीं कर सकता, न ही उनका प्रचार कर सकता है। Dream11, जिसका मुख्य व्यवसाय रियल-मनी फंतासी गेमिंग पर आधारित था, ने इस कानून के बाद अपने सभी नकद-आधारित कॉन्टेस्ट को निलंबित कर दिया।
BCCI के सचिव देवजीत सैकिया ने इस निर्णय की पुष्टि करते हुए कहा, “नए कानून के तहत, BCCI के लिए Dream11 या किसी अन्य समान गेमिंग कंपनी के साथ साझेदारी जारी रखना मुश्किल है। हमारी स्थिति स्पष्ट है; हम सरकार के नियमों का पूरी तरह पालन करेंगे।”
Dream11 के अनुबंध में एक विशेष खंड था, जो कंपनी को सरकार द्वारा उनके मुख्य व्यवसाय पर प्रतिबंध लगने की स्थिति में वित्तीय दायित्व से मुक्त करता था। इसलिए, कंपनी को कोई जुर्माना नहीं देना पड़ेगा।
Dream11 आउट BCCI से: BCCI पर तत्काल प्रभाव
Dream11 के बाहर होने से BCCI को कई तत्काल चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है:
1. वित्तीय प्रभाव
Dream11 का 358 करोड़ रुपये का अनुबंध BCCI के लिए एक महत्वपूर्ण राजस्व स्रोत था। इस डील में प्रति घरेलू मैच 3 करोड़ रुपये और प्रति विदेशी मैच 1 करोड़ रुपये का भुगतान शामिल था। इस प्रायोजन के अचानक समाप्त होने से BCCI की अल्पकालिक आय पर असर पड़ेगा। हालांकि, एक वरिष्ठ BCCI अधिकारी ने कहा, “हम अपने प्रायोजन साथी की स्थिति को समझते हैं। यह उनकी गलती नहीं है, और हम उनके खिलाफ कोई जुर्माना नहीं लगाएंगे।”
2. एशिया कप 2025 के लिए समय की कमी
Dream11 आउट BCCI से: पुरुष T20 एशिया कप 2025, जो 9 सितंबर से शुरू हो रहा है, अब केवल 10 दिन दूर है। इस कम समय में नए प्रायोजक की तलाश करना एक बड़ी चुनौती है। BCCI को प्रायोजक चयन के लिए एक औपचारिक प्रक्रिया का पालन करना होगा, जिसमें निविदा आमंत्रित करना, बोली की जांच करना, और विजेता की घोषणा करना शामिल है।
सैकिया ने कहा, “हमारे पास अभी 15-20 दिन हैं। अगर इस दौरान कुछ होता है, तो नया प्रायोजक होगा, अन्यथा हम देखेंगे कि आगे क्या करना है।” पहले से तैयार की गई जर्सी, जिन पर Dream11 का लोगो था, अब उपयोग नहीं की जाएंगी।
3. जर्सी जinx
Dream11 भारतीय क्रिकेट जर्सी से जुड़े “जर्सी जinx” की नवीनतम कड़ी बन गया है। पहले भी सहारा, स्टार इंडिया, ओप्पो, पेटीएम, और बायजूस जैसे प्रमुख प्रायोजकों को भारतीय क्रिकेट जर्सी के साथ प्रायोजन के बाद वित्तीय या नियामक समस्याओं का सामना करना पड़ा। Dream11 का बाहर होना इस कथित जinx को और मजबूत करता है।
BCCI की नई प्रायोजक तलाश
BCCI ने नए मुख्य प्रायोजक की तलाश शुरू कर दी है। कुछ संभावित उम्मीदवारों के नाम सामने आए हैं, जिनमें टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन और एक अज्ञात फिनटेक स्टार्टअप शामिल हैं।
1. टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन
टोयोटा, एक वैश्विक ऑटोमोबाइल दिग्गज, ने भारतीय क्रिकेट के साथ प्रायोजन में रुचि दिखाई है। कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और वैश्विक ब्रांड पहचान इसे एक आकर्षक उम्मीदवार बनाती है। टोयोटा का प्रायोजन भारतीय क्रिकेट को एक स्थिर और दीर्घकालिक साझेदारी प्रदान कर सकता है।
2. फिनटेक स्टार्टअप
रिपोर्ट्स के अनुसार, एक फिनटेक स्टार्टअप ने भी प्रायोजन के लिए रुचि दिखाई है। हालांकि, इस कंपनी का नाम अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है। फिनटेक क्षेत्र की तेजी से बढ़ती प्रकृति को देखते हुए, यह BCCI के लिए एक आधुनिक और गतिशील प्रायोजक हो सकता है।
3. प्रक्रिया और समयसीमा
BCCI को नए प्रायोजक के चयन के लिए एक औपचारिक निविदा प्रक्रिया शुरू करनी होगी। इसमें निम्नलिखित चरण शामिल हैं:
- निविदा आमंत्रण: प्रायोजकों से बोलियां आमंत्रित करना।
- बोली की जांच: वित्तीय और कानूनी मानदंडों के आधार पर बोलियों की जांच।
- विजेता की घोषणा: अंतिम प्रायोजक का चयन।
यह प्रक्रिया समय लेने वाली है, और BCCI के पास एशिया कप से पहले केवल कुछ ही दिन शेष हैं। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी सुझाव दिया गया है कि BCCI “सबलेट क्लॉज” का उपयोग कर सकता है, जैसा कि 2015 में पेप्सीको ने IPL प्रायोजन के लिए वीवो को लाने के लिए किया था।
अन्य फंतासी गेमिंग कंपनियों पर प्रभाव
Dream11 के बाहर होने का असर केवल BCCI तक सीमित नहीं है। एक अन्य फंतासी स्पोर्ट्स कंपनी, My11Circle, जो IPL की आधिकारिक फंतासी पार्टनर है, भी इस नए कानून के कारण जोखिम में है। My11Circle ने 2024 से 2028 तक के लिए 625 करोड़ रुपये (प्रति वर्ष 125 करोड़) की डील की थी।
BCCI के एक अधिकारी ने कहा, “रियल-मनी गेमिंग पर निर्भर किसी भी कंपनी को बड़ा नुकसान होगा। लेकिन IPL के लिए हमारे पास पर्याप्त समय है, क्योंकि यह मार्च 2026 में शुरू होगा।”
सामाजिक और व्यावसायिक प्रभाव
Dream11 का बाहर होना केवल एक वित्तीय या प्रायोजन से संबंधित मुद्दा नहीं है; इसका सामाजिक और व्यावसायिक प्रभाव भी है।
1. फंतासी गेमिंग उद्योग पर असर
नया ऑनलाइन गेमिंग बिल फंतासी गेमिंग उद्योग के लिए एक बड़ा झटका है। Dream11, जो 2008 में स्थापित हुई और 2021 में 8 बिलियन डॉलर की वैल्यूएशन तक पहुंची, ने अपने 90% से अधिक राजस्व को रियल-मनी गेमिंग से प्राप्त किया। इस कानून के बाद, कंपनी ने फ्री-टू-प्ले मॉडल की ओर रुख किया है, लेकिन यह उनके राजस्व को काफी हद तक प्रभावित करेगा।
2. भारतीय क्रिकेट की ब्रांड वैल्यू
भारतीय क्रिकेट की जर्सी को विश्व स्तर पर सबसे मूल्यवान प्रायोजन स्लॉट्स में से एक माना जाता है। Dream11 के बाहर होने के बावजूद, BCCI की मजबूत ब्रांड वैल्यू के कारण नए प्रायोजक जल्दी मिलने की संभावना है।
3. प्रशंसक और सामाजिक प्रभाव
Dream11 ने भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के बीच एक मजबूत उपस्थिति बनाई थी, जिसमें महेंद्र सिंह धोनी, रोहित शर्मा, और हार्दिक पंड्या जैसे खिलाड़ी इसके ब्रांड एंबेसडर थे। इस प्रायोजन के समाप्त होने से प्रशंसकों के बीच कुछ निराशा हो सकती है, लेकिन नया प्रायोजक इस कमी को भर सकता है।
भविष्य की संभावनाएं
BCCI के पास नए प्रायोजक की तलाश के लिए कई अवसर हैं:
- वैश्विक ब्रांड्स: टोयोटा जैसे वैश्विक ब्रांड्स भारतीय क्रिकेट की विशाल पहुंच का लाभ उठा सकते हैं।
- टेक्नोलॉजी कंपनियां: फिनटेक और टेक स्टार्टअप्स, जो भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं, प्रायोजन के लिए आकर्षक उम्मीदवार हो सकते हैं।
- लंबी अवधि की स्थिरता: BCCI को अब ऐसी कंपनियों की तलाश करनी चाहिए जो नियामक जोखिमों से मुक्त हों, ताकि भविष्य में इस तरह की स्थिति से बचा जा सके।
एशिया कप 2025 के लिए, यदि BCCI समय पर नया प्रायोजक नहीं ढूंढ पाता, तो भारतीय टीम बिना मुख्य प्रायोजक लोगो के जर्सी में मैदान पर उतर सकती है, जो हाल के वर्षों में एक दुर्लभ स्थिति होगी।
निष्कर्ष
Dream11 का BCCI के मुख्य प्रायोजक के रूप में बाहर होना भारतीय क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। नए ऑनलाइन गेमिंग बिल के कारण यह निर्णय अपरिहार्य था, लेकिन इसने BCCI के सामने नई चुनौतियां और अवसर दोनों प्रस्तुत किए हैं। एशिया कप 2025 से पहले नए प्रायोजक की तलाश एक तात्कालिक चुनौती है, लेकिन BCCI की वैश्विक ब्रांड वैल्यू और भारतीय क्रिकेट की लोकप्रियता को देखते हुए, जल्द ही एक नया प्रायोजक मिलने की संभावना है।
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