दिल्ली में बम की धमकी का ईमेल: दिल्ली, भारत की राजधानी, जहां हर दिन लाखों यात्री, छात्र और पेशेवर अपनी दिनचर्या निभाते हैं, आज एक बार फिर सुरक्षा की घंटी बजी। 28 सितंबर 2025 को सुबह-सुबह शहर के प्रमुख स्थलों को बम धमकी भरे ईमेल प्राप्त हुए, जिसमें इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (IGI) एयरपोर्ट, कई स्कूलों और अन्य संस्थानों को निशाना बनाया गया। ये धमकियां एक कथित आतंकी समूह ‘टेरराइजर्स 111’ द्वारा भेजी गईं, जो स्कूलों और एयरपोर्ट के प्रशासन में बम प्लांट करने का दावा करती हैं। दिल्ली पुलिस, फायर सर्विसेज और बम डिस्पोजल स्क्वॉड ने तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिए, लेकिन प्रारंभिक जांच में ये धमकियां होक्स साबित हुईं। फिर भी, जांच जारी है, और शहर भर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!घटना का पूरा विवरण: सुबह की शुरुआत धमकी से
सुबह करीब 6 बजे, दिल्ली के IGI एयरपोर्ट को एक ईमेल प्राप्त हुआ, जिसमें बम प्लांट करने का दावा किया गया था। ईमेल का सब्जेक्ट लाइन थी: “Bombs Placed in Your Building – React or Face the Disaster”। प्रेषक ने खुद को “टेरराइजर्स 111” नामक आतंकी समूह का लीडर बताया और 24 घंटे के अंदर प्रतिक्रिया न देने पर “ब्लड पूल” (खून की नदियां) बहने की धमकी दी। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने तुरंत सिक्योरिटी अलर्ट जारी किया, लेकिन संचालन प्रभावित नहीं हुआ। सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) और दिल्ली पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं, और एंटी-सैबोटाज चेक शुरू हो गया।
इसी बीच, शहर के दो प्रमुख स्कूलों—सीआरपीएफ पब्लिक स्कूल (द्वारका) और सरवोदय विद्यालय (कुतुब मीनार के पास)—को भी समान ईमेल मिले। स्कूलों में छात्रों को तुरंत खाली कराया गया, और मिड-टर्म परीक्षाएं स्थगित कर दी गईं। दिल्ली फायर सर्विसेज (DFS) के अधिकारी ने बताया कि पुलिस, फायर टीम और बम डिस्पोजल यूनिट ने व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। दोनों ही धमकियां होक्स घोषित कर दी गईं। इसके अलावा, दिल्ली हाई कोर्ट को भी ‘होली फ्राइडे’ अटैक की धमकी मिली, जबकि बॉम्बे हाई कोर्ट को भी समान ईमेल प्राप्त हुआ।
ये धमकियां केवल दिल्ली तक सीमित नहीं रहीं। जम्मू एयरपोर्ट को भी बम थ्रेट ईमेल मिला, जहां पूर्ण एंटी-सैबोटाज ड्रिल चलाई गई। देशभर में राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (हैदराबाद) और अन्य स्थलों पर भी इसी तरह की चेतावनियां आईं। प्रेषक ने खुद को “सन ऑफ एविल” (बुराई का पुत्र) बताते हुए बम प्लांट करने का दावा किया। दिल्ली पुलिस के अनुसार, ईमेल गैर-विशिष्ट थे, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी था।
प्रभाव: छात्रों और यात्रियों में दहशत, लेकिन संचालन सामान्य
इस घटना ने दिल्ली के निवासियों में भारी दहशत फैला दी। सीआरपीएफ पब्लिक स्कूल में सुबह के समय सैकड़ों छात्र मौजूद थे, जिन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया। अभिभावकों ने सोशल मीडिया पर अपनी चिंता जाहिर की, जहां #DelhiBombThreat ट्रेंड करने लगा। दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) द्वारका ने परीक्षाएं रद्द कर दीं और “अनिवार्य परिस्थितियों” का हवाला दिया। एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स में कोई देरी नहीं हुई, लेकिन सिक्योरिटी चेक सख्त हो गए। CISF ने बैग स्कैनिंग और बॉडी फ्रिस्किंग बढ़ा दी।
शहर के अन्य संस्थानों, जैसे यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज (UCMS), मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (MAMC) और दिल्ली चीफ मिनिस्टर के सेक्रेटेरिएट को भी हाल ही में समान धमकियां मिल चुकी हैं। 9 सितंबर को UCMS को ईमेल मिला था, जो फर्जी साबित हुआ। इन घटनाओं से शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे होक्स न केवल संसाधनों की बर्बादी करते हैं, बल्कि जनता का विश्वास भी कमजोर करते हैं।
ऐतिहासिक संदर्भ: दिल्ली में लगातार होक्स बम थ्रेट्स का सिलसिला
दिल्ली में बम धमकी ईमेल कोई नई बात नहीं है। 2025 में ही सैकड़ों स्कूलों को निशाना बनाया गया है। 20 सितंबर को 100 से अधिक स्कूलों को होक्स थ्रेट्स मिले, जिससे एंबुलेंस और पुलिस की टीमें व्यस्त रहीं। अगस्त में ‘टेरराइजर्स 111’ ने 50 से ज्यादा स्कूलों को $25,000 की फिरौती मांगी थी। 19 सितंबर को DPS द्वारका, कृष्णा मॉडल पब्लिक स्कूल और सरवोदय विद्यालय को फोन पर धमकियां मिलीं।
ये थ्रेट्स अक्सर ईमेल या कॉल के जरिए आते हैं, और ज्यादातर विदेशी IP एड्रेस से ट्रेस होते हैं। साइबर सेल ने कई मामलों में रूस या यूक्रेन से लिंक पाया है। विपक्षी नेता अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, “दिल्ली के स्कूलों को बार-बार बम थ्रेट्स मिल रहे हैं। पैनिक फैल रहा है, लेकिन एक साल बाद भी कोई गिरफ्तारी नहीं। केंद्र सरकार राजधानी की सिक्योरिटी संभालने में नाकाम है।” भाजपा ने इसे साइबर क्राइम का मुद्दा बताते हुए सख्त कार्रवाई का वादा किया।
तारीख | प्रभावित स्थान | प्रकार | परिणाम |
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28 सितंबर 2025 | IGI एयरपोर्ट, CRPF स्कूल, सरवोदय विद्यालय | ईमेल | होक्स, सर्च पूरा |
20 सितंबर 2025 | 100+ स्कूल | ईमेल | होक्स, एंबुलेशन |
19 सितंबर 2025 | DPS द्वारका, अन्य स्कूल | फोन कॉल | होक्स, परीक्षाएं रद्द |
9 सितंबर 2025 | UCMS, MAMC, CMO | ईमेल | होक्स, बम स्क्वॉड डिप्लॉय |
अगस्त 2025 | 50+ स्कूल | ईमेल ($25k डिमांड) | होक्स, जांच जारी |
जांच की प्रगति: साइबर ट्रेल और अंतरराष्ट्रीय सहयोग
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल और साइबर क्राइम यूनिट ने जांच तेज कर दी है। ईमेल का IP ट्रेस किया जा रहा है, जो संभवतः विदेश से आया है। DCP निधिन वाल्सन ने कहा, “ईमेल में कोई स्पेसिफिक डिटेल्स नहीं हैं, लेकिन हम हर एंगल से जांच कर रहे हैं।” सेंट्रल एजेंसियां जैसे NIA और IB को भी लूप में लिया गया है। हाल के मामलों में, ऐसे थ्रेट्स को हैकर्स द्वारा मनोरंजन या फिरौती के लिए भेजा जाता पाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने साइबर सिक्योरिटी को मजबूत करने के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं, जिसमें स्कूलों और एयरपोर्ट्स को ईमेल फिल्टर्स लगाने का निर्देश है। फिर भी, विशेषज्ञों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाना जरूरी है, क्योंकि ज्यादातर थ्रेट्स बॉर्डर पार से आते हैं।
सुरक्षा उपाय और भविष्य की चुनौतियां
इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने सभी प्रमुख संस्थानों में सिक्योरिटी बढ़ा दी है। एयरपोर्ट पर CCTV मॉनिटरिंग और AI-बेस्ड थ्रेट डिटेक्शन सिस्टम एक्टिवेट किए गए हैं। स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि संदिग्ध ईमेल फॉरवर्ड न करें और तुरंत पुलिस को सूचित करें। शिक्षा मंत्री ने कहा, “हम छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे, लेकिन होक्स से संसाधनों की बर्बादी रोकनी होगी।”
भविष्य में चुनौतियां बनी रहेंगी। साइबर क्राइम बढ़ रहा है, और ऐसे होक्स जनता में अविश्वास पैदा करते हैं। सरकार को सख्त कानून और जागरूकता कैंपेन चलाने की जरूरत है। विशेषज्ञ सुझाव देते हैं कि स्कूलों में रेगुलर ड्रिल और साइबर लिटरेसी प्रोग्राम शुरू किए जाएं।
जनता की प्रतिक्रिया और अपील
सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी चिंता व्यक्त की। एक अभिभावक ने लिखा, “हर हफ्ते स्कूल बंद हो रहे हैं, बच्चे डर रहे हैं। कब तक ये सिलसिला चलेगा?” वहीं, कुछ ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की। दिल्ली पुलिस ने अपील की है कि अफवाहें न फैलाएं और संदिग्ध जानकारी शेयर करें।
यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि आधुनिक दुनिया में साइबर थ्रेट्स उतने ही खतरनाक हैं जितने भौतिक। जांच पूरी होने तक सतर्क रहें। अधिक अपडेट्स के लिए बने रहें। दिल्ली सुरक्षित रहे, यही हमारी कामना है।
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